दर्द भरे दिल में आज मुहोब्बत को मरते देखा है
मजबूरियों के बोझ में जज्बातों को कुचलते देखा है
हैरत नही आज, मौत भी आ जाए अगर ,,,,
पल पल चिता की लपटों में ख़ुद को जलते देखा है ... !!
Thursday, November 13, 2008
मौत का सामान
कतरा - कतरा जिंदगी यू बिखर गई
पग पग चलते चलते मौत नज़दीक आ गई
तमाम उम्र तडपे जिन खुशियों की चाह में ...
वही खुशिया मौत का सामान बन गई ...!!
पग पग चलते चलते मौत नज़दीक आ गई
तमाम उम्र तडपे जिन खुशियों की चाह में ...
वही खुशिया मौत का सामान बन गई ...!!
मझदार
मझदार में यू छूटे की राहे भटक गए ...
जिंदगी तो अब एक सज़ा सी लगे ...
किस जुर्म की सज़ा मिली की ...
उनसे शिकवा भी ना कर सके ...
बरबाद यू हुए कि ....
बद्दुआ बन के रह गए ....!!
जिंदगी तो अब एक सज़ा सी लगे ...
किस जुर्म की सज़ा मिली की ...
उनसे शिकवा भी ना कर सके ...
बरबाद यू हुए कि ....
बद्दुआ बन के रह गए ....!!
उम्मीद...
तुझे दुनिया का डर सताता है तो
सताया करे...
मैंने तो तुझ संग जीने मरने की
कसम खायी है ...
तुझे मेरी आवाज़ ना सुनाई दे तो
ना सही...
मैं तुझ बिन जी नही सकती .....
ये तो तुझे भी मालुम है ...!!
एक दिन यू ही
तेरी दुनिया से चुप-चाप उठ जाउंगी ॥
मौत ना भी आई तो उसे ...
मना के लाऊंगी !!
बे-फिकर रहना ...
लब पे तेरा नाम ना लाऊंगी ..
तुझसे वादा किया है ...
तुझे अपने जनाजे पे ना बुलाऊंगी ॥!!
मेरी हर साँस में तू है ..
तुझ से जुदा हो कर तो
ना जी पाउंगी ...!!
कह दे बस एक बार की
सब उम्मीद छोड़ दू तुझसे ...
तो मेरी मौत ख़ुद-बी-ख़ुद
मेरे पास चली आएगी .... !!
सताया करे...
मैंने तो तुझ संग जीने मरने की
कसम खायी है ...
तुझे मेरी आवाज़ ना सुनाई दे तो
ना सही...
मैं तुझ बिन जी नही सकती .....
ये तो तुझे भी मालुम है ...!!
एक दिन यू ही
तेरी दुनिया से चुप-चाप उठ जाउंगी ॥
मौत ना भी आई तो उसे ...
मना के लाऊंगी !!
बे-फिकर रहना ...
लब पे तेरा नाम ना लाऊंगी ..
तुझसे वादा किया है ...
तुझे अपने जनाजे पे ना बुलाऊंगी ॥!!
मेरी हर साँस में तू है ..
तुझ से जुदा हो कर तो
ना जी पाउंगी ...!!
कह दे बस एक बार की
सब उम्मीद छोड़ दू तुझसे ...
तो मेरी मौत ख़ुद-बी-ख़ुद
मेरे पास चली आएगी .... !!
तेरी आवाज़
दिन रात तेरे लिए जलते है हम ...
तेरी आवाज़ सुनने को तड़पते है हम ...
ना मार यू हम बदनसीबो को ...
मरे है जो पहले से...
तुझसे ही तो साँसे पाते है.....!!
तेरी आवाज़ सुनने को तड़पते है हम ...
ना मार यू हम बदनसीबो को ...
मरे है जो पहले से...
तुझसे ही तो साँसे पाते है.....!!
गम -ऐ - जुदाई..
Thursday, November 6, 2008
तेरा सहारा
जब भी चाहा सहारा
तेरे हाथो का
जब जब दिल ने चाहा
तेरे आगोश में सिर छुपाना
ना तेरे प्यार के दो बोल
ना वो स्पर्श प्यारा सा मिला॥
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