Wednesday, October 15, 2008

तनहा की शायरी..

दोस्ती जब हद से गुज़र जाती है..
ये दिल को बहुत तद्फाती है..
दिन रात उसका ख़याल रहता है..
जब दोस्ती प्यार मे बदल जाती है..

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