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NAZUK LAMHE....
Thursday, October 23, 2008
शम्मा जलाते रहो..
आर्जूए महकाते रहो..
जिंदगी में लुत्फ़ आ जाएगा..
उमीदों की शम्मा जलाते रहो..
जिंदगी का कुछ सफर तो कट जाएगा..
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तेरी याद....
कफ़न की जरुरत नही..
ओ सितमगर..
खुशिया..
तेरी तस्वीर..
आजमाइश -ऐ-मुहोब्बत ..
हँस लेता हू..
हिसाब...
तेरा इंतज़ार...
कहा जाऊ..??
चाहत..
शम्मा जलाते रहो..
ज़रा मुस्कुरा दे..
शौक..
खवाहिश
कुछ एहसास
तड़फ..
दस्तक...
याद...
जिंदगी..
मेरी तन्हाईया..
तन्हाई..
उम्मीद..
तकदीर
मुहोब्बत का मुकाम...
तेरा साथ..
डर...
ठंडी साँसे..
मिन्नेते..
जाल..
लौट आ ...
मेरा साथी..
ये दूरिया...
जिंदगी और मौत...
तनहा की शायरी...
तनहा की शायरी...
तनहा की शायरी..
तनहा की शायरी..
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taanya
Dil ki tanhaayi ko alfaaz bana lete hai.. Dard jab had se guzerta hai to likh lete hai..!
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